योगी सरकार का शिक्षा के क्षेत्र में निर्णायक कदम, ‘शिक्षक बनेंगे श्रेष्ठ मार्गदर्शक, छात्र बनेंगे समर्थ’

Yogi government's decisive step in the field of education, 'Teachers will become the best guides, students will become capable'

– सरकार ने सीमैट, प्रयागराज में पाँच दिवसीय संदर्भदाता प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया
– प्रथम चरण में 20 वरिष्ठ राज्य स्तरीय संदर्भदाताओं का तैयारी एवं प्रैक्टिस सत्र संपन्न
– 1–5 मई, 7–11 मई और 13–17 मई के तीन चरणों में प्रत्येक में 100–100 जनपद स्तरीय संदर्भदाता प्रशिक्षण
– प्रशिक्षण में एनसीईआरटी NCERT आधारित पाठ्यपुस्तक अवलोकन, गतिविधि-आधारित शिक्षण तकनीक और समुचित मूल्यांकन पद्धतियाँ शामिल
– जब हर शिक्षक प्रशिक्षित होगा, तभी हर छात्र समर्थ होगा: संदीप सिंह

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ‘समर्थ शिक्षक, समृद्ध छात्र’ के विज़न को मूर्त रूप देने हेतु निपुण भारत मिशन के अंतर्गत सीमैट, प्रयागराज में एक महत्वाकांक्षी पाँच दिवसीय संदर्भदाता प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ करने का निर्णय लिया है। यह कदम प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता और नवाचार को स्थानिक स्तर पर सशक्त करने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जहाँ शिक्षक श्रेष्ठ मार्गदर्शक बनकर छात्रों के सशक्त विकास को सुनिश्चित करेंगे।

तैयारी एवं प्रैक्टिस का रहा पहला चरण
20 वरिष्ठ राज्य स्तरीय रिसोर्स ने 25–29 अप्रैल के दौरान सीमैट में सामंजस्य स्थापित करते हुए प्रशिक्षण संरचना और अपेक्षित परिणामों पर व्यापक प्रैक्टिस सत्र संपन्न किया।

तीन चरणों का जनपद स्तरीय प्रशिक्षण
01–05 मई, 07–11 मई तथा 13–17 मई के तीन अलग-अलग फेरे आयोजित किए जाएंगे, जिनमें प्रत्येक में 100–100 जनपद स्तरीय संदर्भदाता एनसीईआरटी आधारित पाठ्यपुस्तक अवलोकन, गतिविधि-आधारित शिक्षण तकनीक और समुचित मूल्यांकन पद्धतियों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

इन विधाओं में होंगे प्रशिक्षित
ELTI प्रयागराज एवं SIE प्रयागराज के विशेषज्ञ हिंदी और अंग्रेजी दोनों विषयों में व्यावहारिक कार्यशालाएँ संचालित करेंगे, जबकि अन्य संस्थानों के मेंटर्स गतिविधि-आधारित कक्षा संचालन, मूल्यांकन तकनीक और कक्षा प्रबंधन के मॉडल प्रस्तुत करेंगे।

– ब्लॉक एवं जिला स्तर पर कार्यशालाएँ एवं फॉलो-अप सत्र आयोजित करेंगे सन्दर्भदाता
प्रशिक्षित संदर्भदाता अपने-अपने ब्लॉक एवं जिला स्तर पर कार्यशालाएँ एवं फॉलो-अप सत्र आयोजित करके उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राथमिक एवं संयुक्त विद्यालयों में मौलिक साक्षरता और गणितीय कौशल के स्तर को सुदृढ़ करेंगे।

– प्राथमिक एवं संयुक्त विद्यालयों में मौलिक साक्षरता और गणितीय कौशल के स्तर होंगे सुदृढ़
इस वर्ष लगभग 25 लाख प्री-प्राइमरी एवं प्राथमिक शिक्षक NISHTHA (निष्ठा) एवं अन्य क्षमता विकास कार्यक्रमों के माध्यम से अतिरिक्त प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, जिससे प्रदेश में सतत् शिक्षा उन्नयन और शिक्षक कौशल संवर्धन सुनिश्चित होगा।

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को तकनीकी दक्षता, नवप्रवर्तनात्मक दृष्टिकोण और स्थानीय समस्या-समाधान कौशल से लैस करेगा। इस प्रशिक्षण से शिक्षक समर्थ होंगे और छात्र समृद्ध। योगी सरकार का यही संकल्पहै। इस संकल्प को प्रदेश भर में साकार करने का प्रयास है।

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