
रक्षा-राजनीति नेटवर्क
नई दिल्ली : एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने 01 मई, 2025 को नई दिल्ली में एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय में एकीकृत रक्षा स्टाफ (सीआईएससी) प्रमुख का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू का स्थान लिया है, जो 30 अप्रैल, 2025 को सेवानिवृत्त हुए हैं। एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने कार्यभार संभालने से पहले, नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और वीरों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने साउथ ब्लॉक लॉन में सेरेमोनियल गार्ड ऑफ ऑनर का भी निरीक्षण किया।
लगभग चार दशकों के अपने विशिष्ट करियर में एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने विभिन्न कमांड, स्टाफ और अनुदेशात्मक पदों पर कार्य किया है तथा उनकी सेवाओं के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक और वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया है।
सीआईएससी का कार्यभार संभालने से पहले एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित मध्य वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने उत्तर भारत और मध्य क्षेत्र में अभियान की तैयारी बेहतर करने और अन्य सेवाओं के साथ समन्वय को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।
एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित 06 दिसंबर, 1986 को भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में कमीशन हुए थे। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला; रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (बांग्लादेश) और नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के पूर्व छात्र हैं। श्री दीक्षित एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं और उनके पास मिराज-2000, मिग-21 तथा जगुआर सहित 20 से अधिक विमानों का 3,300 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है।
एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने दक्षिणी क्षेत्र में एक प्रमुख लड़ाकू प्रशिक्षण बेस की भी कमान संभाली और उनके नेतृत्व में बेस को कमान में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। एक परीक्षण पायलट और बाद में विमान और सिस्टम परीक्षण प्रतिष्ठान, बैंगलोर में उड़ान परीक्षण स्क्वाड्रन के कमांडिंग अधिकारी के रूप में, श्री दीक्षित जगुआर और मिग-27 के लिए एवियोनिक्स के विकसित रूप सहित कई स्वदेशी उन्नयन और विकास कार्यक्रमों में शामिल रहे। एयर स्टाफ आवश्यकता इकाई के निदेशक के रूप में उन्होंने मध्यम बहु-भूमिका लड़ाकू विमान परीक्षणों की योजना और संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।