
- शिमला देश के सबसे पुराने मौसम विज्ञान केंद्रों में से एक, यह उत्तर भारत के मौसम पूर्वानुमान के लिए महत्वपूर्ण है: डॉ. जितेंद्र सिंह
रक्षा-राजनीति नेटवर्क
शिमला : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान और पीएमओ, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने देश के सबसे पुराने मौसम विज्ञान केंद्रों में से एक का दौरा किया और हिमालयी क्षेत्र में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे बताया।
उन्होंने संस्थान की ऐतिहासिक भूमिका और भारत में मौसम पूर्वानुमान को आगे बढ़ाने के लिए इसकी निरंतर प्रतिबद्धता के बारे में भी बताया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा की “यह आईएमडी के सबसे पुराने स्टेशनों में से एक है और यह उत्तर भारत के लिए महत्वपूर्ण मौसम पूर्वानुमान प्रदान करने में सहायक रहा है।” उन्होंने भू-संवेदनशील हिमालयी क्षेत्र में स्थित इस केंद्र के रणनीतिक महत्व के बारे में बताया। यह सटीक मौसम पूर्वानुमान आपदा की तैयारी और जलवायु लचीलेपन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत की मौसम संबंधी क्षमताओं को बढ़ाने पर मोदी सरकार के फोकस पर कहा की “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस विभाग को अपने विजन में मुख्य प्राथमिकता दी है। मोदी सरकार तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों के भीतर, हमने ‘मिशन वेदर’ शुरूकिया। यह हमारी मौसम संबंधी सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। 2035 तक हमारा लक्ष्य भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करना है, जिसे भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के रूप में परिकल्पित किया गया है।”
उन्होंने बदलती जलवायु की जटिलताओं से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करने में आईएमडी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने समय पर और सटीक मौसम पूर्वानुमानों के माध्यम से जीवन और आजीविका की रक्षा करके देश के सामाजिक-आर्थिक विकास का समर्थन करने में विभाग की भूमिका पर बल दिया।
इस दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने पूर्वानुमान और निरीक्षण इकाइयों सहित शिमला केंद्र के प्रमुख खंडों में संचालन की समीक्षा की। मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने उन्हें संस्थान की उपलब्धियों, वर्तमान क्षमताओं और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने सार्वजनिक पहुंच में सुधार के लिए विभाग की सराहना की, खासकर हिमाचल प्रदेश में, जो चरम मौसम की घटनाओं के लिए संवेदनशील क्षेत्र है।
यात्रा का समापन डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा आईएमडी को मौसम विज्ञान में वैश्विक प्रमुख के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि के साथ हुआ। उन्होंने कर्मचारियों की समर्पण और नवाचार के लिए उनकी प्रशंसा की और इस बात पर बल दिया कि उनका काम एक लचीले और आर्थिक रूप से मजबूत भारत के निर्माण के लिए आवश्यक है।
इस अवसर पर न केवल मौसम विज्ञान की डेढ़ शताब्दी की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया, बल्कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने में मौसम विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी बतया गया।