रवि किशन ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, सीएम योगी के प्रयासों को सराहा

Ravi Kishan took a holy dip in Sangam, praised the efforts of CM Yogi

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

  • गोरखपुर के सांसद और बॉलीवुड के सुपरस्टार रवि किशन ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया
  • कहा- बड़े सौभाग्य से 144 साल के बाद यह अवसर आया है, सभी को संगम स्नान के लिए आना चाहिए
  • बोले- योगी सरकार ने किया प्रयागराज का काया पलट, साफ नजर आ रहा बदला प्रयागराज
  • जो लोग 2027 में हारने जा रहे वही महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं और सनातन धर्म का अपमान कर रहे

महाकुम्भ नगर : गोरखपुर के सांसद और बॉलीवुड के सुपरस्टार रवि किशन ने शुक्रवार को त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। इस अवसर पर रवि किशन ने कहा की बड़े सौभाग्य से 144 वर्षों के बाद यह महाकुम्भ आया है। इस महाकुम्भ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए महाराज योगी जी ने बहुत विकास कार्य कराए हैं। यह दिव्य महाकुम्भ है और इस दिव्य महाकुम्भ में स्नान का अवसर आज मुझे मिला है। जो इस पुण्य अवसर पर महाकुम्भ नहीं आया, जिसने यहां संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी नहीं लगाई, मानो उसका जीवन व्यर्थ है। उन्होंने सभी देशवासियों से प्रयागराज में आकर संगम स्नान करने की अपील की।

प्रयागराज का विकास सबको नजर आ रहा
रवि किशन ने कहा की महाकुम्भ को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। यहां आने वाले हर श्रद्धालु को प्रयागराज का विकास स्वत: देखने को मिल रहा है। डबल इंजन की सरकार ने मिलकर इस बार पूरे प्रयागराज का काया पलट कर दिया है। यह पुण्य अवसर 144 सालों के बाद आया है। इस सुअवसर पर हर देशवासी, हर सनातन धर्मावलंबी को यहां आकर संगम त्रिवेणी में स्नान करना चाहिए। यहां स्नान करने वाले को पुण्य की प्राप्ति होगी।

जो 2027 में हारने वाले हैं, वही महाकुम्भ का अपमान कर रहे
महाकुम्भ में 6 दिन के अंदर 7 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान की संख्या पर विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर रवि किशन ने कहा कि जो लोग 2027 में हारने जा रहे हैं, वही इस महा आयोजन पर उंगली उठा रहे हैं। यह महाकुम्भ आ रहे श्रद्धालुओं का अपमान है, सनातन धर्म का अपमान है। प्रत्यक्ष को प्रमाण की क्या आवश्यकता है। यहां जो भी आ रहा है वह अपनी आंखों से भीड़ को देख रहा है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के महाकुम्भ आने की खबरों पर उन्होंने कहा कि सबको यहां आकर डुबकी लगानी चाहिए।

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