
रक्षा-राजनीति नेटवर्क
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विदिशा , मध्य प्रदेश में डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत अपनी किसान ID बनवाई। इस कार्यक्रम के दौरान श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा डिजिटल कृषि मिशन की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य किसानों को डिजिटल रूप से सशक्त आत्मनिर्भर और तकनीक-सक्षम बनाना है। इस मिशन के अंतर्गत सभी किसानों की एक डिजिटल पहचान होगी उनको फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी और इसमें किसानों की खेती संबंधी और सभी जानकारीयां एक ही स्थान पर होगी मतलब जमीन कौन सा रकबा है, उसके परिवार में कौन-कौन सदस्य हैं, उसने कौन सी फसल बोई है उसकी मिट्टी का स्वास्थ्य कैसा है, मिट्टी में कौन-कौन से तत्व हैं, सॉइल हेल्थ कार्ड की जानकारी उसके पास खेती के अलावा पशुधन या और कोई संपत्ति है तो उसकी जानकारी भी होगी और इसका लाभ क्या है? श्री चौहान ने कहा कि उसका सबसे बड़ा लाभ ये है कि अभी हर योजना का लाभ लेने के लिए किसान को अलग-अलग जगह कागज की औपचारिकता पूरी करनी होती है, मान लीजिए फसल में नुकसान हो गया तो उसको बहुत से विवरण कार्यों में सबमिट करना पड़ता था। बैंक से लोन लेना है कई दिन लगते थे कागज बनवाने में फिर बैंक मैनेजर के पास ले जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब फार्मर आईडी में सारी जानकारी एक ही जगह, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सीधे खाते में पैसा आएगा कुछ करने की जरूरत नहीं है, बैंकों से लोन लेना है 5 मिनट में फार्मर आईडी दिखाएगा सारा विवरण सामने आ जाएगा, बैंक लोन स्वीकृत कर देंगे, कौन सी फसल बोई है से लेकर सारी जानकारी रहेगी, फसल बीमा का लाभ तत्काल मिल जाएगा और सही व्यक्ति को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि खेती संबंधी और अन्य योजनाओं का लाभ भी किसानों तक ठीक ढंग से पहुंचे इसलिए जरूरी है आप फार्मर आईडी बनवाएं, एक जगह सारा विवरण जिसे कोई इधर-उधर नहीं कर सकता, कई बार धन्ना की जमीन पन्ना के नाम हो जाती है पता ही नहीं चलता, अब ये संभव ही नहीं है और ये फार्मर आईडी में जो जानकारी है वो सब गोपनीय है किसान चाहेगा तो ही साझा की जाएगी, श्री चौहान ने कहा कि सभी किसान भाइयों से विनम्र आग्रह है, अपील है केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर फार्मर आईडी बनाने का अभियान चला रही है, आईडी में दी गई जानकारी गोपनीय रहेगी और किसान के चाहने पर ही साझा की जाएगी। अब तक देश में 5.5 करोड़ से अधिक किसानों की ID बन चुकी है, जिसमें मध्य प्रदेश के 78 लाख किसान भी शामिल हैं। श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से एक जगह सारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान ID बनवाने की अपील की।