जनता दर्शन कार्यक्रम में दिखी मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता

The sensitivity of the Chief Minister was seen in the Janata Darshan program

  • दो दिव्यांगों को स्वयं दी इलेक्ट्रॉनिक सेंसर युक्त स्टिक
  • मुख्यमंत्री के निर्देश पर चंदौली से आये एक दिव्यांगजन को तत्काल केवाईसी करा सुनिश्चित कराई गई पेंशन
  • जनता दर्शन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये 112 नागरिकों ने दिए 88 प्रार्थना पत्र
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल समस्याओं के निराकरण के दिये निर्देश
  • जनता दर्शन कार्यक्रम में आए राजस्व और गृह के 23-23 मामले, 17 मामले अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) को सौंपे गये
  • मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन कार्यक्रम में परिवार के साथ आये बच्चों को दी टॉफी और चाकलेट

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता गुरुवार को उनके आवास पर आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में देखने को मिला। जनता दर्शन कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों से 112 नागरिक अपनी समस्यायें लेकर आये, जिसमें से विभिन्न जन समस्याओं के 88 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याओं को व्यक्तिगत रूप से सुना और संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने दो दिव्यांगजनों को अपने हाथ से इलेक्ट्रॉनिक सेंसर युक्त स्टिक दी और कार्यक्रम में आये बच्चों को टॉफी, चाकलेट भी बांटी। जनता दर्शन कार्यक्रम के पीछे मुख्यमंत्री की मंशा शीर्ष अधिकारियों को जनता की समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ संतुष्टिपरक एवं समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने का संदेश देना था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया। मुख्यमंत्री की जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता तब देखने को मिली, जब उन्होंने स्वयं अपने हाथ से दो दिव्यांगजनों (राजेश और चंद्रशेखर) को इलेक्ट्रॉनिक सेंसर युक्त स्टिक दी और उन्हें इसका उपयोग करना सिखाया। मुख्यमंत्री ने चंदौली से आए एक दिव्यांग द्वारा पेंशन की बात सुनी और संबंधित अधिकारी को निर्देश देकर तत्काल केवाईसी करवाई। साथ ही अविलंब दिव्यांग पेंशन योजना का लाभ दिया जाना सुनिश्चित कराया।

जनता दर्शन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये 112 नागरिकों ने अपनी समस्याओं के 88 प्रार्थना पत्र मुख्यमंत्री के सम्मुख रखे। मुख्यमंत्री ने जन समस्याओं के प्रति अधिकारियों की प्रतिबद्धता सुनिश्चित करते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिये। जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वरासत, अवैध कब्जा, पैमाइश से सम्बंधित 23 आवेदन राजस्व परिषद के अध्यक्ष को सौंपा। तो वहीं पुलिस से जुड़े 23 प्रकरणों को पुलिस महानिदेशक और विवेकाधीन कोष, शादी अनुदान आदि से संबंधित 17 आवेदन अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) को सौंपे। इसी प्रकार विभिन्न प्रकरणों के 25 मामले मुख्य सचिव महोदय को तत्काल कार्रवाई के लिए दिये गये।

आज के जनता दर्शन में आये आवेदनों में शादी अनुदान के लिए अनुरोध, आवास, शौचालय, बिजली कनेक्शन दिलाने के भी सम्मिलित थे। जिसमें से एक प्रकरण, बिजली बिल अधिक आने का था तथा एक अन्य प्रकरण राजधानी लखनऊ में गृहकर से सम्बंधित था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उक्त दोनों प्रकरणों के समाधान कराने के भी निर्देश दिए। साथ ही भविष्य में विभाग के अधिकारियों को सुनियोजित व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया। जनता दर्शन के पीछे मुख्यमंत्री जी की मंशा थी कि शीर्ष अधिकारी स्वयं जनता की समस्याओं से मुखातिब हों और यह सुनिश्चित करायें कि उनके प्रकरणों का संतुष्टिपरक निस्तारण तय समयसीमा के भीतर होना सुनिश्चित हो।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव गृह, अध्यक्ष राजस्व परिषद के अध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।

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