पत्थरचट्टी रामबाग से निकली जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की पेशवाई

The procession of Jagadguru Shankaracharya Swami Avimukteshwarananda Saraswati Maharaj started from Patharchatti Rambagh

मोहित त्यागी

शंकराचार्य की कुम्भ की पेशवाई में अपार जन सैलाव उमड़ा पड़ा, शहर में जगह-जगह 108 जगहों पर हुआ भव्य स्वागत।

प्रयागराज : जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की पेशवाई 9 जनवरी को पत्थरचट्टी रामबाग से निकली और शंकराचार्य का 108 जगहों पर स्वागत हुआ शंकराचार्य के स्वागत में हजारों की संख्या में लोग खड़े रहे और जगह-जगह पर उनका स्वागत किया गया। पेशवाई में आकर्षक का केंद्र रहें संत-महात्मा, ढोल-ताशे-डमरू नृत्य आदि। जगद्गुरु शंकराचार्य ने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए इसको समर्पित किया है। यह पेशवाई ऐतिहासिक रहीं। पूरे रास्ते में जबरदस्त ढंग से जाम लग गया था, जिसके चलते प्रसाशन के व्यवस्था बनाने में हाथ पांव फूल गए उनको काफी मशक्कत करनी पड़ी। आज कुम्भ की पेशवाई प्रयागराज के पत्थरचट्टी से मलाका सब्जी मंडी, मोती महल चौराहा, चमेली बाई धर्मशाला, जानसेनगंज, चौक घंटाघर, बहादुर गंज, कीटगंज होते हुए बांध के रास्ते कुम्भ मेला में प्रवेश करते हुए शंकराचार्य शिविर में पहुंची। इस दौरान पूरे मार्ग पर भक्ति भाव से ओतप्रोत भारी भीड़ उमड़ पड़ी और उसने पेशवाई का हर्षोल्लास व भक्ति भाव के साथ स्वागत किया।

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