दृष्टिहीन बेटियों के परिवार का सहारा बने योगी, अफसरों से भिजवाया अनाज

Yogi became the support of the family of blind daughters, sent food grains through officers

  • खीरी के मोहल्ला हानिया टोला में गरीब परिवार का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं लिया संज्ञान
  • मुख्यमंत्री के निर्देश पर परिवार के पास जरूरत का सामान लेकर पहुंचे अफसर
  • आटा, दाल, चावल, आलू, तेल, नमक उपलब्ध कराया गया
  • डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने मौके पर नायब तहसीलदार, लेखपाल को भेजकर कराई पड़ताल
  • सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए तत्काल कागजी कार्यवाही शुरू

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के मोहल्ला हानिया टोला में एक परिवार की भूख और बेबसी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इसका संज्ञान ले लिया। सीएम के निर्देश पर तत्काल अधिकारियों को मौके पर भेजकर परिवार को खाद्यान्न सामग्री पहुंचाई गई। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने नायब तहसीलदार और लेखपाल को मौके पर भेजकर पड़ताल कराई तो पता चला कि यहां दृष्टिहीन बेटियों के साथ परिवार आर्थिक रूप से काफी तंगी में है। जिसके बाद उन्हें जरूरी सामग्री तो उपलब्ध कराई ही गई, साथ ही साथ सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कागजी कार्यवाही भी तत्काल प्रभाव से शुरू कर दी गई।

मुख्यमंत्री के संज्ञान लेते ही दौड़ा प्रशासन

सोशल मीडिया पर जब परिवार की तस्वीर वायरल हुई तो इसका संज्ञान लेते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। कुछ ही घंटों में तहसीलदार, लेखपाल और अन्य प्रशासनिक अधिकारी परिवार तक खाद्यान्न सामग्री लेकर पहुंच गए।

परिवार को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू

डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर न सिर्फ तत्काल राहत पहुंचाई गई है, बल्कि परिवार को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जल्द ही इन्हें राशन कार्ड और अन्य सभी जरूरी सुविधाएं भी दिलवाई जाएंगी।

मुख्यमंत्री योगी की तत्परता से प्रताप के परिवार को तुरंत मिली राहत

प्रताप के परिवार में कुल छह लोग हैं। जिसमें उनकी तीन बेटियां और दो बेटे हैं। इनमें से सोनी और मोनी दोनों दृष्टिहीन हैं, जबकि मां रामरति का दो साल पहले निधन हो चुका है। पिता प्रताप किसी तरह परिवार को पालने की कोशिश में लगे थे, मगर गरीबी हावी रही। हालांकि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वयं संज्ञान लेने के बाद प्रताप को काफी राहत मिली है। उन्होंने कहा, कभी नहीं सोचा था कि हमारी आवाज इतनी दूर तक जाएगी।

परिवार को ये सामग्री पहुंचाई गई

15 किलो चावल
15 किलो आटा
10 किलो आलू
02 किलो प्याज
01 किलो टमाटर
01 लीटर सरसों का तेल
01 किलो नमक
मसालों व हल्दी के पैकेट
03 किलो अरहर दाल

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