नेतृत्व निर्माण से शिक्षा की रीढ़ मजबूत कर रही योगी सरकार

Yogi government is strengthening the backbone of education by building leadership

  • पांच चरणों में 500 खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिया जायेगा आवासीय प्रशिक्षण
  • खंड शिक्षा अधिकारियों (BEOs) के लिए तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरु
  • प्रशासनिक दक्षता व डिजिटल नेतृत्व पर है फोकस
  • समग्र शिक्षा, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य है नेतृत्व क्षमता, नवाचार और प्रशासनिक दक्षता का समन्वित विकास
  • शिक्षा में बदलाव का मॉडल बन रहा उत्तर प्रदेश: संदीप सिंह

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को ज़मीनी स्तर से सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में खंड शिक्षा अधिकारियों (BEOs) के लिए 3 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत 11 जून से दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ में हुई। राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा, उत्तर प्रदेश द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य नेतृत्व क्षमता, नवाचार और प्रशासनिक दक्षता का समन्वित विकास है।

शिक्षा व्यवस्था के केंद्र में नेतृत्व को स्थापित करने की यह रणनीति उत्तर प्रदेश को एक एजुकेशन गवर्नेंस मॉडल स्टेट के रूप में उभरने की दिशा में अग्रसर कर रही है। इस प्रशिक्षण से न केवल विभागीय कार्यप्रणाली में समन्वय बढ़ेगा, बल्कि भविष्य में विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण और निपुण भारत के लक्ष्यों की सिद्धि को नई गति मिलेगी।

पाँच चरणों में 500 अधिकारी होंगे प्रशिक्षित
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को पांच चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें प्रत्येक चरण में 100 खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण शैक्षिक नेतृत्व, वित्तीय प्रबंधन, विभागीय पोर्टलों के उपयोग, निपुण भारत मिशन, ECCE, ऑपरेशन कायाकल्प तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय संचालन जैसे विषयों पर केंद्रित है। बता दें कि प्रथम चरण में 100 अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है, जबकि अन्य बैचों के आयोजन की तिथियां भी निर्धारित कर ली गयीं हैं। द्वितीय चरण के लिए 16 से 18 जून की तिथि निर्धारित है जबकि तृतीय बैच के बीईओज का प्रशिक्षण 19 से 21 जून, चतुर्थ बैच का 23 से 25 जून और पंचम बैच का प्रशिक्षण 26 से 28 जून के मध्य पूरा होगा।

प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल जानकारी नहीं, सोच में बदलाव है
यह प्रशिक्षण केवल विभागीय योजनाओं की जानकारी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका व्यापक उद्देश्य BEOs को रणनीतिक नेतृत्वकर्ता के रूप में तैयार करना है। सत्रों में केस स्टडी, ग्रुप डिस्कशन, तकनीकी प्रदर्शन और क्षेत्रीय अनुभव साझा करने जैसे सृजनात्मक आयाम जोड़े गए हैं।

ये हैं प्रशिक्षण एजेंडा के प्रमुख बिंदु

  • निपुण भारत मिशन और गुणवत्ता शिक्षा
  • ऑपरेशन कायाकल्प
  • कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का संचालन/प्रबंधन
  • समावेशी शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां/कार्यक्रम
  • ECCE कार्यक्रम
  • वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2025-26 में स्वीकृत गतिविधियों का क्रियान्वयन
  • यू- डायस+ डाटा
  • वित्तीय एव विभागीय प्रक्रियाओं तथा जेम पोर्टल के माध्यम से प्रोक्योरमेंट
  • विभागीय पोर्टल एवं एप के संबंध में अधिकारियों का अभिमुखीकरण एवं हैंड्स ऑन कराया जाना
  • शैक्षिक नेतृत्व एवं व्यक्तित्व विकास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदृष्टि में यह विश्वास स्पष्ट है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तकों या भौतिक ढांचे से नहीं, बल्कि नेतृत्व और जवाबदेही की संस्कृति से ही संभव है। इसी लक्ष्य को केंद्र में रखकर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम व्यवस्थागत बदलाव की बुनियाद रख रहा है। उत्तर प्रदेश, जो पहले केवल शिक्षकों के प्रशिक्षण पर केंद्रित था, अब प्रशासनिक नेतृत्व के उन्नयन को प्राथमिकता दे रहा है, जो शिक्षा नीति के अगले चरण की नींव है।
– संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश

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