तेजी से पूरा हो रहा प्रदेश के श्रमिकों के राशनकार्ड बनाने का कार्य

The work of making ration cards for the workers of the state is being completed rapidly

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खाद्य एवं रसद विभाग चला रहा अभियान
  • गांव-गाव में सत्यापन टीम का गठन कर पात्र श्रमिकों का हो रहा रजिस्ट्रेशन
  • अबतक प्रदेश के सभी 75 जनपदों में करीब डेढ़ करोड़ श्रमिकों का हो चुका है सत्यापन
  • चित्रकूट, अमेठी, गौतमबुद्ध नगर, बलिया और आजमगढ़ में सत्यापन की गति सबसे अधिक

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : प्रदेश में कोई भूखा न सोए, इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए योगी सरकार कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खाद्य एवं रसद विभाग प्रदेश के श्रमिकों के लिए राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी के साथ कार्य कर रहा है। इसके लिए बकायदा अभियान चलाकर पात्र श्रमिकों का सत्यापन किया जा रहा है।

पूरे प्रदेश में ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों को राशन कार्ड मुहैया कराने के लिए सत्यापन की प्रक्रिया तीव्र गति से आगे बढ़ रही है। खाद्य एवं रसद विभाग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, कुल 8.31 करोड़ श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है। इसमें 6.73 करोड़ पंजीकृत श्रमिक पहले से सरकारी राशन का लाभ ले रहे हैं।

सत्यापन के लिए श्रमिकों की कुल संख्या 1.58 करोड़ है, जिसमें 1.49 करोड़ श्रमिकों का सत्यापन किया जा चुका है। पात्र पाए गए 26.47 लाख श्रमिकों में 2.37 लाख को राशन का लाभ मिल रहा है। वहीं सत्यापन में 122.92 लाख श्रमिक अपात्र पाए गए हैं।

श्रमिकों के सत्यापन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए योगी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। इसके अंतर्गत ग्राम स्तरीय सत्यापन टीम का गठन कर पात्रता की जांच की जा रही है। इसमें श्रमिकों के आय प्रमाण-पत्र तथा अनिवार्य अभिलेखों में बैंक पासबुक की अनिवार्यता से छूट दी गई है। सत्यापन टीम की रिपोर्ट ही श्रमिकों के आय प्रमाण-पत्र के रूप में मान्य होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी जिलों के जिलाधिकारी जल्द से जल्द पात्र श्रमिकों का सत्यापन कर राशनकार्ड निर्गत करने की कार्यवाही में जुट गए हैं। इस क्रम में वर्तमान में प्रचलित राशनकार्डों का सत्यापन कर अपात्र परिवारों के राशनकार्ड निरस्त किए जा रहे हैं और उनकी जगह पात्र श्रमिक परिवारों के लिए राशनकार्ड जारी करने की प्रक्रिया को तेज गति से पूरा किया जा रहा है।

ई-श्रम पोर्टल के डाटा के अनुसार, प्रदेश के चित्रकूट, अमेठी, गौतमबुद्ध नगर, बलिया और आजमगढ़ में सत्यापन की गति सबसे अधिक है। चित्रकूट में 1374 पात्र श्रमिकों में 498 श्रमिकों को राशन का लाभ मिल रहा है। अमेठी में 8919 पात्र श्रमिकों में 2922, गौतमबुद्ध नगर में 1757 पात्र श्रमिकों में 530, बलिया में 42569 पात्र श्रमिकों में 10623 और आजमगढ़ में 22600 पात्र श्रमिकों में से 5611 श्रमिकों को राशन का लाभ मिल रहा है।

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