आईएफएफआई, गोवा में फिल्म बाजार का 18वां संस्करण शुरू हुआ

18th edition of Film Bazaar begins at IFFI, Goa

  • फिल्म बाजार भावी फिल्म निर्माताओं को विकसित करने का एक मंच है: संजय जाजू, सूचना एवं प्रसारण सचिव
  • मैं यहां आकर नवोदित फिल्म निर्माताओं के रचनात्मक जुनून को महसूस करना चाहता हूं: शेखर कपूर, महोत्सव निदेशक, फिल्म बाजार

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में आज दक्षिण एशिया के प्रमुख फिल्म बाजारों में से एक फिल्म बाजार के 18वें संस्करण का शानदार शुभारंभ हुआ। आईएफएफआई का एक महत्वपूर्ण खंड, फिल्म बाजार महत्वाकांक्षी फिल्म निर्माताओं और स्थापित उद्योग के पेशेवरों को जुड़ने, सहयोग करने और सिनेमा के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए एक गतिशील मंच की पेशकश करता है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव संजय जाजू ने आईएफएफआई में फिल्म बाजार का उद्घाटन करते हुए रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण (1500 से अधिक) और 10 से अधिक देश-विशिष्ट मंडपों की उपस्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह भावी फिल्म निर्माताओं को विकसित करने के लिए एक असाधारण मंच है। नए विचारों को प्रस्तुत करने से लेकर सौदे हासिल करने तक, फिल्म बाजार उद्योग के सभी स्तरों पर सकारात्मक बातचीत को बढ़ावा देता है।”

उन्होंने युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए IFFI की प्रतिबद्धता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “इस साल का क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो (सीएमओटी) कार्यक्रम, जो फिल्म निर्माण में भारत की सबसे प्रतिभाशाली युवा प्रतिभाओं की खोज और पोषण के लिए एक प्रकाश स्तंभ है, में खासा विस्तार करते हुए इसमें 100 होनहार व्यक्तियों का स्वागत किया गया है।”

इस अवसर पर 55वें आईएफएफआई के महोत्सव निदेशक शेखर कपूर ने फिल्म बाजार को एक ऐसा दिलचस्प मंच बताया, जहां युवा फिल्म निर्माता अपने विचारों और रचनाओं को जुनून के साथ पेश करते हैं। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता ने कहा, “फिल्म बाजार युवा फिल्म निर्माताओं की ऊर्जा से भरा हुआ है, जो अपने काम को बेहद जुनून के साथ करते हैं। मैं वास्तव में यहां आना चाहता हूं और उस जुनून को महसूस करना चाहता हूं।”

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव और एनएफडीसी के एमडी पृथुल कुमार ने ऑनलाइन फिल्म बाजार पहल की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह अभिनव मंच वैश्विक खरीदारों और विक्रेताओं के लिए एक वर्चुअल हब के रूप में कार्य करता है, जहां वे जुड़ सकते हैं, विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं और सिनेमा के व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की संयुक्त सचिव (फिल्म्स) वृंदा मनोहर देसाई ने सह-निर्माण बाजार के विवरण का अनावरण किया, जिसमें सात देशों की 21 फीचर फिल्में और 8 वेब सीरीज शामिल हैं। वितरण और वित्तपोषण की तलाश में लगे फिल्म निर्माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन, व्यूइंग रूम पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने बताया कि इस वर्ष 208 फिल्में देखने के लिए उपलब्ध होंगी, जिनमें फीचर, मध्यम लंबाई और लघु प्रारूप शामिल हैं।

इस कार्यक्रम में फिल्म बाजार के सलाहकार जेरोम पैलार्ड और भारत में ऑस्ट्रेलिया के उप उच्चायुक्त निकोलस मैककैफ्रे सहित कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

फिल्म बाजार के बारे में

फिल्म बाजार का आयोजन हर साल प्रतिष्ठित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के साथ किया जाता है। इस साल, फिल्म बाजार 20 से 24 नवंबर 2024 तक गोवा के मैरियट रिजॉर्ट में आयोजित किया जाएगा।

2007 में अपनी स्थापना के बाद से, फिल्म बाजार दक्षिण एशियाई फिल्मों और फिल्म निर्माण और वितरण में प्रतिभाओं की खोज, समर्थन और प्रदर्शन के लिए समर्पित रहा है। बाजार दक्षिण एशियाई क्षेत्र में विश्व सिनेमा की बिक्री की सुविधा भी प्रदान करता है, जो रचनात्मक और वित्तीय सहयोग की तलाश करने वाले दक्षिण एशियाई और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म बनाने वालों, निर्माताओं, बिक्री एजेंटों और फेस्टिवल प्रोग्रामर के लिए एक संयुक्त बिंदु के रूप में कार्य करता है। पांच दिनों में, फिल्म बाजार दक्षिण एशियाई कंटेंट और प्रतिभा को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। सह-निर्माण बाजार का उद्देश्य विविध वैश्विक कहानियों को सामने लाना है।

Related Articles

Back to top button