‘ताल’ के 25 साल: जादुई, यादगार और अतीत की ललक’- 55वें आईएफएफआई में सुभाष घई की ‘ताल’ की विशेष स्क्रीनिंग

25 Years of ‘Taal’: Magical, Memorable and Longing for the Past’- Special Screening of Subhash Ghai’s ‘Taal’ at 55th IFFI

  • “आजकल बड़े स्टूडियो के दबाव के कारण बेजान सिनेमा बन रहा है”- फिल्म निर्माता सुभाष घई
  • आईएफएफआई 2024 में आज फिल्‍म ‘ताल’ की 25वीं वर्षगांठ मनाई गई, जिसमें फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग के बाद निर्देशक सुभाष घई, गायिका कविता कृष्णमूर्ति और अभिनेता जिविधा शर्मा सहित ‘ताल’ की टीम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

नई दिल्ली : श्री घई ने अपने आरंभिक वक्तव्य में कहा कि इस फिल्म की अपार लोकप्रियता को देखते हुए, आज भी ऐसा कोई व्यक्ति मिलना मुश्किल है जिसने यह फिल्म न देखी हो।

फिल्म के मुख्य अभिनेता अनिल कपूर ने एक वीडियो संदेश में कहा, “कुछ फिल्में लंबे समय तक चलती हैं और वे दर्शकों के साथ भावनात्‍मक लगाव पैदा कर लेती हैं। जब आप उदास हों, तो आप ताल जैसी फिल्म देखना चाहेंगे”।

फिल्म में अभिनय करने वाले एक अन्‍य अभिनेता सौरभ शुक्ला ने वीडियो संदेश के माध्यम से कहा, “सुभाष घई फिल्‍म इंडस्‍ट्री के मास्टर शोमैन हैं जिन्होंने कई शानदार फिल्में बनाई हैं। हम सभी को बड़े पर्दे के बारे में श्री घई की कल्‍पना को समझने के लिए ताल फिल्म देखनी चाहिए”।

‘ताल’ बॉक्स-ऑफिस लिस्ट में वैराइटी की टॉप 20 में जगह बनाने वाली पहली भारतीय फिल्म थी। सुभाष घई ने बताया कि कैसे उन्होंने ए.आर. रहमान को इस फिल्म का संगीत तैयार करने के लिए मनाया, उन्होंने रहमान से कहा था, “मैं यह संगीतमय फिल्म बनाना चाहता हूँ। इसका मतलब है कि आप मेरी फिल्म के हीरो हैं और मैं इसका निर्देशक हूँ”!

श्री घई ने फिल्म की अपनी कल्‍पना के बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि लड़की का मुख्य किरदार फिल्म खत्म होने तक प्रगति के 7 चरणों से गुजरता है, जो इस फिल्म से जुड़े 7 सुरों (संगीतमय स्वर) का प्रतीक है।

श्री घई ने कहा कि फिल्म में अक्षय खन्ना द्वारा दर्शाए गए प्रेम की पवित्रता और अनिल कपूर द्वारा दर्शाए गए भौतिक संसार के बीच के संघर्ष को दिखाया गया है।

श्री घई ने अफसोस जताते हुए कहा, “इस फिल्म में संगीत, रचना, अभिनय, वेशभूषा सभी एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठाते हैं क्योंकि मुझ पर किसी बड़े स्टूडियो का दबाव नहीं था जो इन दिनों फिल्‍म में धनराशि लगाते हैं, न ही मैं बॉक्स ऑफिस की संख्‍या के पीछे भाग रहा था। जब कोई निर्देशक फिल्म के निर्माण में लगाई जाने वाली धनराशि के बारे में अत्यधिक चिंतित होता है तो यह निश्चित रूप से निर्देशन पर लगने वाले उसके ध्यान को प्रभावित करता है।”

सुभाष घई ने फिल्म निर्माण के दौरान कलाकारों के समर्पण के बारे में बताते हुए कहा कि कविता कृष्णमूर्ति ने सही स्वर पाने के लिए लगातार घंटों तक गाना गाया।

प्रख्यात गायिका कविता कृष्णमूर्ति ने ‘ताल’ के लिए गाए गए अपने सुपरहिट गीतों को याद करते हुए कहा, ‘‘मैंने इस तरह से गाने की कोशिश की है जो न केवल भारतीय श्रोताओं को बल्कि दुनिया भर के श्रोताओं को पसंद आएं।’’

फिल्म में इला (मुख्‍य अभिनेत्री ऐश्वर्या राय की बहनों में से एक) की भूमिका निभाने वाली जिविधा शर्मा ने समापन टिप्पणी में कहा, “मैं इंडस्ट्री में नई थी और ‘ताल’ इंडस्ट्री के सर्वश्रेष्ठ लोगों से कला सीखने का एक बेहतरीन अवसर बन गई”।

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