
रक्षा-राजनीति नेटवर्क
स्वीडिश फिल्म निर्माता लेवान अकिन की क्रॉसिंग ने 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी), गोवा में प्रतिष्ठित आईसीएफटी – यूनेस्को गांधी पदक जीता है। यह पुरस्कार एक ऐसी फिल्म को मान्यता देता है, जो शांति, अहिंसा और मानवाधिकारों के प्रचार के मूल्यों को दर्शाती है, और इन मुद्दों पर मज़बूती से बात करने के लिए फिल्म क्रॉसिंग को चुना गया था। विजेता को यूनेस्को गांधी पदक और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है।
जूरी ने आश्चर्यजनक सिनेमाई गुणों और लैंगिक समानता और सामाजिक समझ की ज़बरदस्त खोज के लिए क्रॉसिंग की सराहना की। जूरी ने एक वक्तव्य में उल्लेख किया, “प्यार और समझ के बारे में सिनेमा का एक शानदार नमूना।”
इंटरनेशनल काउंसिल फॉर फिल्म, टेलीविजन और ऑडियोविजुअल कम्युनिकेशन (आईसीएफटी) और यूनेस्को के सहयोग से स्थापित यह पुरस्कार उन फिल्मों को सम्मानित करता है, जो सहिष्णुता, अंतरसांस्कृतिक संवाद और शांति की संस्कृति के आदर्शों को दर्शाती हैं।
क्रॉसिंग एक बुजुर्ग महिला की कहानी के बारे में है, जो अपनी भतीजी को खोजने के लिए जॉर्जिया से इस्तांबुल तक एक युवक के साथ सफर पर निकलती है, जो कई साल पहले गायब हो गई थी। एक वादे को पूरा करने की इस यात्रा में, असाधारण प्रतिभाशाली मज़िया अराबुली द्वारा अभिनीत ये महिला, लैंगिक मुद्दों और समानता के अप्रत्याशित संबंधों को उजागर करती है। यह फिल्म सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों पर मार्मिक टिप्पणी पेश करते हुए प्यार, समझ और पीढ़ियों से चले आ रहे संबंधों को लेकर खूबसूरती से एक कहानी बुनती है।
इस वर्ष, दस उल्लेखनीय फिल्मों को पुरस्कार के लिए चुना गया था, जिनमें से प्रत्येक अलग-अलग क्षेत्रों, संस्कृतियों और शैलियों का प्रतिनिधित्व करती थीं, फिर भी गांधीवादी सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से एकजुट थीं। नामांकित व्यक्तियों के बारे में यहां जानकारी लें:
इफ्फी में गांधी पदक के लिए जूरी में निम्नलिखित सदस्य शामिल हैं:
- इसाबेल डेनिल, FIPRESCI- इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म क्रिटिक्स के मानद अध्यक्ष
- सर्ज मिशेल, उपाध्यक्ष,सीआईसीटी-आईसीएफटी
- मारिया क्रिस्टीना इग्लेसियस, पूर्व प्रमुख,यूनेस्को के सांस्कृतिक क्षेत्र कार्यक्रम
- डॉ. अहमद बेदजौई, अल्जीयर्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के कलात्मक निदेशक
- ज़ुएयुआन हुन, प्लेटफ़ॉर्म फ़ॉर क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन के निदेशक, सीआईसीटी-आईसीएफटी युवा शाखा
आईसीएफटी यूनेस्को गांधी पदक के बारे में
46वें इफ्फी के दौरान शुरु किया गया, आईसीएफटी-यूनेस्को गांधी पदक उन फिल्मों का सम्मान करता है, जो न केवल उच्च कलात्मक और सिनेमाई मानकों को रखती हैं, बल्कि समाज के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर नैतिक प्रतिबिंब को भी सामने रखती हैं। यह पुरस्कार सिनेमा की परिवर्तनकारी शक्ति के ज़रिए मानवता के साझा मूल्यों की गहरी समझ को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था।
आईसीएफटी यूनेस्को गांधी पदक महज़ एक पुरस्कार से कहीं अधिक है, यह प्रेरित करने, शिक्षित करने और एकजुट करने की फिल्म की शक्ति का उत्सव है।