केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ में जनता दरबार लगाया

Union Minister Dr. Jitendra Singh held a public darbar in Kathua, Jammu and Kashmir

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

कठुआ : अपने जनसंपर्क अभियान को जारी रखते हुए, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन विभाग, डॉ. जितेंद्र सिंह ने बरनोटी ब्लॉक के परोल गांव में जनता दरबार लगाया और कई सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

यह कठुआ जिले में एक पखवाड़े में डॉ. जितेन्द्र सिंह का दूसरा जनता दरबार था तथा पिछले कुछ महीनों में इस जिले में चौथा जनता दरबार था।

गांव और उसके आस-पास के इलाकों से स्थानीय लोगों का एक समूह इस कार्यक्रम में शामिल हुआ और अपनी समस्याओं को सीधे केंद्रीय मंत्री के संज्ञान में लाया तथा उनका समाधान मांगा। आज के दरबार के दौरान सार्वजनिक महत्व के कई मुद्दों का मौके पर ही समाधान किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोगों को भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार समाज के सभी वर्गों के लिए जीवन को आसान बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है, चाहे उनकी आस्था, जाति और क्षेत्र कुछ भी हो। उन्होंने नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने और जन सुनवाई के साथ-साथ लोगों को उनके दरवाजे पर आवश्यक सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि वह और उनकी टीम अब ब्लॉक और पंचायत स्तर पर भी जनता दरबार लगा रही है, जिसका उद्देश्य स्थानीय प्रशासनिक मशीनरी की ओर से शासन में किसी भी तरह की कमी को दूर करना है।

जनता दरबार आम लोगों के लिए डॉ. जितेन्द्र सिंह से संपर्क करने तथा अपनी शिकायतों के निवारण के लिए तथा केन्द्रीय मंत्री के हस्तक्षेप से सीधे मुद्दों के समाधान के लिए वन-स्टॉप केन्द्र के रूप में उभरा है।

इस वर्ष के दौरान डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कठुआ, उधमपुर और डोडा जिलों में कई जनता दरबार आयोजित किए।

इससे पहले केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत एल034-ब्लॉक बाउंड्री कठुआ से बौरा तक तीन सड़कों का उद्घाटन किया, जिससे स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई। 14.2 किलोमीटर लंबी यह सड़क परोल गांव के बाहरी इलाके में स्थित माता सुंदरी के ऐतिहासिक मंदिर तक जाती है। यह बौरा, बिंदल, बिंदली और लारी जैसे बस्तियों को भी कनेक्टिविटी प्रदान करती है, जिनकी 2001 की जनगणना के अनुसार 821 लोगों की आबादी है। यह स्थानीय लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा भी प्रदान करती है।

इस सड़क को पीएमजीएसवाई-I के तहत वर्ष 2016 में चरण-I और वर्ष 2018 में चरण-II के लिए क्रमशः 1692.49 रुपये और 669.68 रुपये की अनुमानित लागत पर मंजूरी दी गई थी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने 27 दिसंबर, 2016 को इस सड़क की आधारशिला रखी थी।

आज केंद्रीय मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से 11.83 किलोमीटर लम्बी दूसरी एल021 से चंपाल सड़क का भी उद्घाटन किया, जिसकी लागत 403.45 लाख रुपये है। इससे 901 लोगों को लाभ मिलेगा।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने लाइन 21 धार से कोरखाना तक 2.5 किलोमीटर सड़क का भी उद्घाटन किया, जिसकी स्वीकृत लागत 171.24 लाख रुपये है और इससे 432 लोग लाभान्वित होंगे।

इस अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर के ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और कठुआ जिले में बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि बेहतर कनेक्टिविटी और यात्रा को आसान बनाने के लिए जिले में कई अन्य सड़क परियोजनाओं का जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा, जो पूरी होने वाली हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र उधमपुर-कठुआ-डोडा ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सबसे अधिक सड़कें बनाने का अनूठा गौरव हासिल किया है।

कठुआ के भौगोलिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि निकट भविष्य में यह जिला उत्तर भारत में व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र बनकर उभरेगा, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि जिले में उत्तर भारत का पहला बायो-टेक पार्क, बीज प्रसंस्करण संयंत्र और उत्तर भारत का एकमात्र होम्योपैथिक कॉलेज है, जो इस सत्र में अपना पहला बैच शुरू करेगा।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि सेना की अगली भर्ती/भर्ती मार्च में होगी।

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