भारत की संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले लोग महाकुम्भ को लेकर कर रहे दुष्प्रचार, मिले करारा जवाब: मुख्यमंत्री

People who are irritated with Indian culture and tradition are spreading false propaganda about Maha Kumbh, they should get a befitting reply: Chief Minister

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

प्रयागराज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में प्रत्येक तीर्थयात्री और पर्यटक की सुरक्षा और सुविधा को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा है कि महाकुम्भ में कोई भारतीय हो या विदेशी, प्रवासी भारतीय हो या प्रयागराजवासी, बिना भेदभाव सबकी सुरक्षा-सबकी सुविधा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ के दौरान आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाट सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा तंत्र को और पुख्ता किया जाना आवश्यक है। सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों को 24×7 एक्टिव रहना होगा। इंटेलिजेंस को और मजबूत करने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के दौरान एंटी ड्रोन सिस्टम के प्रभावी इस्तेमाल के निर्देश भी दिए हैं। यही नहीं, मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ की थीम पर चल रहीं फर्जी वेवसाइट और एप के चिन्हांकन और कार्रवाई के साथ साथ आमजन को इस बारे में जागरूक करने की जरूरत बताई है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कतिपय अराजक संगठनों/व्यक्तियों द्वारा महाकुम्भ के नाम पर फर्जीवाड़ा कर वसूली करने का दुस्साहस किया जा रहा है, पुलिस द्वारा ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाए।

मंगलवार को महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करने प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने एक-एक कर सभी विभागों से उनके कार्यों की प्रगति का विवरण लिया। मुख्यमंत्री ने सभी स्ट्रीट वेंडर, ऑटो रिक्शा चालकों, ई-रिक्शा चालकों के पुलिस सत्यापन तेजी से पूरा करने के निर्देश भी दिये, साथ ही प्रयागराज की ओर आने वाले सभी अंतर्जनपदीय मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन के व्यवस्थित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया पर फेक न्यूज पर कड़ाई से लगाम लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले लोग महाकुम्भ को लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं, उन्हें यथोचित जवाब दिया जाना चाहिए।

मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने मुख्यमंत्री को बताया कि सभी पूजनीय अखाड़ों, महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीबाड़ा, खाकचौक एवं अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य पूर्ण हो गया है, जबकि प्रयागवाल व अन्य नई संस्थाओं को आवंटन का कार्य जारी है। सभी की आवश्यकताओं के अनुरूप संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि पूजनीय अखाड़ों, साधु-संतों की भावनाओं का यथोचित सम्मान किया जाना चाहिए। मेला प्रबंधन से जुड़े अधिकारी संतों से सतत-संपर्क-संवाद बनाये रखें। मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिन में अरैल क्षेत्र में नया स्नान घाट तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा करीब 550 शटल बसें महाकुम्भ में चलाई जानी हैं, इन्हें 05 जनवरी से क्रियाशील कर दिया जाए। किसी चालक/परिचालक को लगातार 08 घंटे से अधिक की ड्यूटी न दी जाए। इसके अलावा, दिव्यांग, बुजुर्ग और महिलाओं के आवागमन के लिए अतिरिक्त प्रबंध भी किए जाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी 06 प्रमुख स्नान पर्वों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी, इस संबंध में सभी प्रबंध कर लिए जाएं।

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि महाकुम्भ के लिए तैनात पूरा पुलिस बल और सभी सफाई कर्मचारी 03 जनवरी तक प्रयागराज में मुस्तैद हो जाएंगे। सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती हो गई है। इसी तरह अब तक 28 पांटून पुल, 520 किमी चकर्ड मार्ग, 610 साइनेज, पेयजल के लिए 494.30 किमी डीआईपी लाइन, 304 किमी जीआईपी लाइन, 4270 पेयजल स्टैंड पोस्ट, 176 किमी से अधिक ड्रेनेज निकासी लाइन, 54700 स्ट्रीट लाइट, 173 किमी एचटी लाइन, 1280 किमी एलटी लाइन, 206 बिजली सब स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है। इसी तरह, स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल, सप्रू (बेली) अस्पताल, मोतीलाल नेहरू अस्पताल, डफरिन और प्राइवेट चिकित्सालयों में अब तक 3305 बेड मेला के लिए आरक्षित किए जा चुके हैं। 1200 वर्गमी जेटी भी तैयार हो चुकी है। वहीं सभी रिवर फ्रंट रोड तैयार हैं। थीमेटिक लाइटिंग के लिए 3339 पोल, फ़साड के लिए 07 स्थान, 90 हजार से अधिक शौचालय इंस्टाल किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने अवशेष कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। स्वच्छ महाकुम्भ-स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी प्रयागराज वासियों, संतगणों, आम नागरिकों से सहयोग का आह्वान किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महाकुम्भ से पहले पूरा प्रयागराज अतिक्रमण मुक्त हो, इसके लिए अभियान चलाकर कार्यवाही की जाए।

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