
रक्षा-राजनीति नेटवर्क
विंग कमांडर अंकित सूद (29873) को 21 जून 2008 को भारतीय वायुसेना की उड़ान शाखा में पायलट के रूप में कमीशन किया गया। वह एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट और टाइप चेक पायलट हैं और 16 अप्रैल 2023 से एमआई-17-1वी हेलीकॉप्टर यूनिट की तैनात क्षमता पर हैं। अधिकारी को एमआई-17 प्रकार के 1400 घंटे सहित 10 विभिन्न प्रकार के हेलीकॉप्टरों पर कुल 2100 घंटे की दुर्घटना/घटना रहित उड़ान का अनुभव है।
हिमाचल प्रदेश में अभूतपूर्व बारिश के बाद, अल्प समय मेंउनकी यूनिट को कुल्लू और मंडी जिलों में केसवैक ऑपरेशन करने का काम सौंपा गया। 24 अगस्त 2023 को, अधिकारी ने जम्मू से कुल्लू की संकीर्ण घाटियों तक बिगड़े मौसम में विमान का संचालन किया, जहां 12 गंभीर रोगी फंसे हुए थे और जीवन रक्षक उपाय के रूप में उन्हें पीजीआई, चंडीगढ़ भेजने के लिए तत्काल निकासी की आवश्यकता थी। खराब मौसम, दुर्गम पहाड़ी इलाके, हाई ऑल अप वजन और समय संवेदनशीलता ने विमान को अपनीपैंतरेबाज़ी सीमा और ऑपरेटिंग क्रू की श्रम सीमा पर उड़ाया जाना आवश्यक था।किसी भी मानक लैंडिंग साइट के अभाव और आसमान में तेजी से अंधेरा होने के बावजूद, दृढ़निश्चयी अधिकारी ने बहुमूल्य जिंदगियों को बचाने के लिए एकाग्रचित्त होकर काम जारी रखा।घाटी में कम बादल और ऑपरेटिंग क्षेत्र में भूस्खलन के बावजूद, विंग कमांडर अंकित सूद ने एक सच्चे वायु योद्धा की भावना के साथा, अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की अवहेलना की, परिपक्व निर्णय का प्रदर्शन किया और सभी रोगियों को सफलतापूर्वक निकालने के लिए चार गांवों में गैर-मानक क्षेत्रों में लैंडिंग की। कठोर इलाके और मौसम का मुकाबला करते हुए, अधिकारी सूर्यास्त के करीब चंडीगढ़ में उतरे, जहां से सभी रोगियों को पीजीआई में स्थानांतरित किया गया। इसके बाद, अधिकारी को मंडी के बाहर मानवीय सहायता एवं आपदा राहत अभियान चलाने का काम सौंपा गया। उन्होंने संकुचित क्षेत्रों में लैंडिंग को प्रभावित करने के लिए विमान का चतुराई से हैंडल किया और राशन और मेडिकल किट देने के लिए विमान को कम ऊंचाई पर कुशलता से मंडराया। उन्होंने तुरंत योजना तैयार की और अगले पांच दिनों में 68 से अधिक महत्वपूर्ण मिशनों को सुरक्षित रूप से पूरा किया, जिसमें 34,000 किलोग्राम से अधिक महत्वपूर्ण राहत सामग्री पहुंचाई गई, जिससे कई असहाय लोगों की जान बच गई।
असाधारण साहस, पेशेवर क्षमता और खराब मौसम की स्थिति में कीमती जान बचाने के लिए उच्च जोखिम वाले मिशनों को पूरा करने में कर्तव्य को पूरा करने के चरम समर्पण के लिए, विंग कमांडर अंकित सूद को ‘वायु सेना पदक (वीरता)’से सम्मानित किया गया।