थम नहीं रहे हैं एक बार में तीन तलाक के मामले

Triple talaq cases are not stopping

अजय कुमार

लखनऊ : एक बार में तीन बार तलाक-तलाक-तलाक कह कर किसी महिला का जीवन बर्बाद कर देने वाली मनमानी के खिलाफ मोदी सरकार ने भले ही सख्त कानून बना दिया हो लेकिन इस तरह से तलाक देने के मामले थम नहीं रहे हैं। ऐसी ही एक घटना लखनऊ के बगल के जिला बाराबंकी में सामने आई जहां निकाह के बाद दहेज में कार के लिए 10 लाख रूपये की मांग करते हुए पति व सास ने महिला को प्रताड़ित किया। मायके में बच्ची के साथ रह रही महिला के पास पहंुचे पति ने मारा-पीटा और तीन तलाक दे दिया। पीड़िता की शिकायत पर पति व सास पर तीन तलाक, दहेज उत्पीड़न आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

बताते हैं कि बाराबंकी की नगर कोतवाली अंतर्गत लौताबाद निवासी अकील अहमद की पुत्री खातून का निकाह 23 मार्च 2021 को लखनऊ के तालकटोरा थाना राजाजीपुरम निवासी मो. शाहरुख से हुआ था। निकाह के बाद से पति शाहरुख व सास परवीन जहां दहेज कम मिलने का ताना देते थे और एक चार पहिया वाहन खरीदने के लिए 10 लाख रुपये की मांग करते थे। पीड़िता ने इसका विरोध किया तो उसे बुरी तरह से पीटा जाता था। इसी बीच उसने एक बच्ची को जन्म दिया। पीड़िता अपने मायके में रहे रही थी, तभी 17 सितंबर 2024 की शाम पति आया और दहेज की मांग व गाली देते हुए तीन तलाक दे दिया। यहीं नहीं धमकी दी कि अगर कहीं शिकायत की तो हत्या कर दी जाएगी। डर के कारण पीड़िता उस दिन पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। 25 सितंबर को पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने पति शाहरूख व सास परवीन जहां के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

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