दक्षता का नया युग: शिक्षा प्रशासन को नए कलेवर की ओर ले जा रही योगी सरकार

New era of efficiency: Yogi government is taking education administration towards a new look

– निपुण भारत मिशन, समावेशी शिक्षा, वित्तीय प्रबंधन और डिजिटल पोर्टलों के संचालन में निपुण हो रहे बीएसए
– दक्षता, नेतृत्व क्षमता और तकनीकी नवाचार से परिपूर्ण किया जा रहा है शिक्षा प्रशासन
– पहले बैच में 35 जिलों के बीएसए हो रहे प्रशिक्षित, दूसरे बैच का प्रशिक्षण 23 से 27 जून को
– लखनऊ स्थित वित्तीय प्रबंधन प्रशिक्षण एवं अनुसन्धान संस्थान में शुरू हुआ पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
– शिक्षा में सुशासन और पारदर्शिता की नींव को और भी सुदृढ़ कर रही योगी सरकार: संदीप सिंह

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शिक्षा को केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रखना चाहती, बल्कि प्रशासनिक दक्षता, तकनीकी सक्षमता और नेतृत्व कौशल के माध्यम से पूरी शिक्षा व्यवस्था को सशक्त और आधुनिक बनाने की दिशा में अग्रसर है।

इसी क्रम में, 9 से 13 जून 2025 तक लखनऊ स्थित वित्तीय प्रबंधन प्रशिक्षण एवं अनुसन्धान संस्थान में 35 ज़िलों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) के लिए पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ है। शेष 40 जनपदों के बीएसए को इसी कार्यक्रम के दूसरे बैच में 23 से 27 जून के मध्य प्रशिक्षित किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीएसए को निपुण भारत मिशन, समावेशी शिक्षा, वित्तीय प्रबंधन और डिजिटल पोर्टलों के प्रभावी संचालन जैसे विषयों में दक्षता प्रदान की जा रही है। इसका उद्देश्य शिक्षा प्रशासन को नीति क्रियान्वयन, तकनीकी नवाचार और मानव संसाधन विकास में अग्रणी बनाना है।

मंत्री बोले, ‘शिक्षा प्रशासन की नेतृत्व पाठशाला है यह प्रशिक्षण’
इस संबंध में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण अपने आप में एक ‘शिक्षा प्रशासन के लिए नेतृत्व पाठशाला’ है, जो उत्तर प्रदेश की शिक्षा नीति में दूरगामी परिवर्तन का आधार बनेगा। उन्होंने कहा कि योगी सरकार का यह प्रयास केवल नीतिगत घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि उन नीतियों को ज़मीन पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए दृढ़, शिक्षित और तकनीकी रूप से दक्ष नेतृत्व भी तैयार कर रही है।

यह है प्रशिक्षण का उद्देश्य
वित्तीय प्रबंधन प्रशिक्षण एवं अनुसन्धान संस्थान लखनऊ में हो रहा यह प्रशिक्षण कार्य निष्पादन, वित्तीय अनुशासन, तकनीकी दक्षता और नेतृत्व कौशल में बीएसए को निपुण बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल है। यह निपुण भारत मिशन की सफलता के लिए आधारशिला सिद्ध हो सकता है।

पहले बैच में प्रशिक्षण ले रहे बीएसए
पहले बैच में कुल 35 जनपद अमेठी, बागपत, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, बुलंदशहर, चंदौली, देवरिया, फिरोजाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गाज़ियाबाद, हमीरपुर, हाथरस, जालौन, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कासगंज, कौशांबी, खीरी (लखीमपुर खीरी), कुशीनगर, ललितपुर, महाराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मेरठ, प्रतापगढ़, रामपुर, संभल, संत कबीर नगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र और सुल्तानपुर के बीएसए प्रशिक्षण ले रहे हैं।

दूसरा बैच होगा 23 से 27 जून को
दूसरे बैच में शामिल होने वाले ज़िलों में कुल 40 जनपद आगरा, अलीगढ़, अम्बेडकर नगर, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आज़मगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बरेली, भदोही, बिजनौर, बदायूं, चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गाज़ीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हापुड़, हरदोई, जौनपुर, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मऊ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुज़फ्फरनगर, पीलीभीत, प्रयागराज, रायबरेली, सहारनपुर, शाहजहांपुर, शामली, उन्नाव और वाराणसी समेत 40 जिले शामिल हैं।

ये हैं प्रशिक्षण के प्रमुख विषय

  • निपुण भारत मिशन और गुणवत्ता शिक्षा
  • ऑपरेशन कायाकल्प
  • ECCE कार्यक्रम
  • समावेशी शिक्षा और विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों की योजनाएँ
  • वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2025-26
  • UDISE+ डाटा संग्रहण और विश्लेषण
  • वित्तीय अनुशासन और जेम पोर्टल
  • विभागीय पोर्टल व मोबाइल ऐप संचालन
  • शैक्षिक नेतृत्व एवं व्यक्तित्व विकास

महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने कहा
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण से बीएसए को शासन की प्राथमिकताओं की स्पष्ट समझ मिलेगी और योजनाओं के क्रियान्वयन में अधिक तेजी आएगी।
यह प्रशिक्षण प्रशासनिक दक्षता के साथ-साथ डेटा आधारित निर्णयों और समावेशी शिक्षा दृष्टिकोण को भी मज़बूती देगा। यह बीएसए के लिए एक परिवर्तनकारी अवसर है।

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