
-सीएम योगी के निर्देशों को ध्यान में रखकर लोकनिर्माण विभाग ने खाका किया तैयार, प्रदेश में 1,435 ब्लैक स्पॉट्स पर हुआ सुधार कार्य
-प्रदेश में दो लेन से कम चौड़ाई वाले मार्गों को न्यूनतम दो लेन (पेव्ड शोल्डर युक्त) करने की तैयारी, पैदल यात्रियों को इससे मिलेगी सहूलियत
-50 किमी से अधिक लंबाई वाले राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने की तैयारी
-ऐसे मार्ग जहां यातायात की वास्तविक गति डिजाइन गति से 50 प्रतिशत तक कम है, वहां मेजर जियोमेट्रिक इंप्रूवमेंट की प्रक्रिया को पूरा करने पर फोकस
रक्षा-राजनीति नेटवर्क
लखनऊ : उत्तर प्रदेश को उत्तम कनेक्टिविटी युक्त प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार प्रदेश में 2000 रुपए की धनराशि खर्च कर 28,830 चौराहों का कायाकल्प करेगी। सीएम योगी के निर्देशों को ध्यान में रखकर लोकनिर्माण विभाग द्वारा इस विषय में एक खाका तैयार किया गया है। इसके अनुसार, प्रदेश में वर्ष 2021 से 24 के बीच 1435 ब्लैक स्पॉट्स पर दीर्घकालिक व अल्पकालिक सुधार कार्यों को पूरा किया गया है। वहीं, प्रदेश में बड़े स्तर पर दो लेन से कम चौड़ाई वाले मार्गों को न्यूनतम दो लेन (पेव्ड शोल्डर युक्त) करने की तैयारी है जिससे पैदल यात्रियों को सहूलियत मिलेगी। इसके साथ ही, 50 किमी से अधिक लंबाई वाले राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने की तैयारी है। इन सभी कार्यों के जरिए प्रदेश में रोड सेफ्टी को बढ़ावा देने और यातायात सुधार की प्रक्रिया में तेजी लायी जाएगी।
748 करोड़ की लागत से 895 पेव्ड शोल्डर कार्यों को किया जाएगा पूरा
लोकनिर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार, ऐसे राज्य मार्ग जिनकी चौड़ाई 2 लेन से कम है या फिर दो लेन होने के बावजूद वहां पेव्ड शोल्डर कार्यों को पूरा नहीं किया गया है उसे पूरा करने पर योगी सरकार का फोकस है। प्रक्रिया के जरिए 748 करोड़ रुपए की लागत से 895 पेव्ड शोल्डर की चौड़ाई के कार्यों को पूरा किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी राज्यमार्ग कम से कम 2 लेन चौड़े तथा पेव्ड शोल्डर युक्त हों जिससे पैदल यात्रियों व साइकिल इत्यादि से चलने वाले राहगीरों की सुविधा व सुरक्षा में इजाफा होगा।
राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई का होगा निर्माण
प्रक्रिया के अंतर्गत 50 किमी से अधिक लंबाई वाले राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण कार्य को पूरा करने की तैयारी है। इसके लिए कुल 102 कार्य निर्धारित हैं जिसके जरिए 8,887.88 किमी की लम्बाई पर इन कार्यों को पूरा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, प्रदेश में ऐसे स्थान जहां यातायात परिवहन की वास्तविक गति उसने निर्माण के दौरान प्रस्तावित डिजाइन गति से 50 प्रतिशत या कम है, ऐसे सभी मार्गों को चिह्नित कर लिया गया है। इन मार्गों पर मेजर जियोमेट्रिकल इंप्रूवमेंट की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा जिससे न केवल यातायात परिवहन की गति में सुधार होगा बल्कि सुगम व सुरक्षित यातायात को बढ़ावा मिलेगा।
रोड सेफ्टी के विभिन्न मानकों के अनुरूप होगी कार्रवाई
इसी प्रकार, प्रदेश के 28,830 विभिन्न चौराहों, तिराहों और महत्वपूर्ण रोड जंक्शंस पर सुधार कार्यों को 2000 करोड़ की अनुमानित लागत से पूरा किए जाने की तैयारी है। यहां दीर्घकालिक व अल्पकालिक सुधार कार्यों समेत रोड सेफ्टी के विभिन्न मानकों के अनुरूप कार्रवाई होगी। प्रदेश के सभी 1,435 ब्लैक स्पॉट्स को पहले ही चिह्नित करके वहां रोड सेफ्टी मेजर्स को लागू किया जा चुका है और ऐसे स्थानों को चिह्नित करके उन पर भी सुधार कार्य किया जा रहा है जो जोखिम संभावित क्षेत्र में परिवर्तित हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने बहराइच को सौगात, नागरिकों को दी बधाई
सीएम योगी ने कहा कि 2021 में पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। उन्होंने कहा कि हम लोग 25 वर्ष पहले विजयोत्सव मनाने भी यहां आए थे, तब प्रशासन ने रुकावटें डाली थीं, लेकिन आज डबल इंजन सरकार को कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। सीएम ने कहा कि लगभग साढ़े 1200 करोड़ से कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन विकास, बुनियादी सुविधाओं, अनेक ब्रिज, स्वास्थ्य केंद्रों, जल जीवन मिशन, बाढ़ बचाओ समेत अनेक योजनाओं का लाभ बहराइचवासियों को मिल रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने स्थानीय नागरिकों को बधाई दी।
सीएम ने एक-एक नाम लेकर जताया आभार
मुख्यमंत्री योगी आदित्य़नाथ ने एक-एक नागरिकों/ कार्यकर्ताओं का नाम लेकर हौसला बढ़ाया। बोले कि इन लोगों ने दशकों से मांग रखी थी कि बहराइच में गाजी की नहीं, महाराजा सुहेलदेव की पूजा- सम्मान होना चाहिए। सीएम ने कन्हैया लाल रूपाणी, मुकुट बिहारी वर्मा, अक्षयवर लाल गोंड़, सुरेश्वर सिंह, अनुपमा जायसवाल, पद्मसेन चौधरी, श्याम करन टेकरीवाल, कृष्ण मोहन गोयल, दिलीप गुप्ता का नाम लेकर इनका अभिवादन किया तो स्व. हनुमान प्रसाद शर्मा, स्व. संतराम सिंह का नाम लेते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सीएम ने जताई उम्मीद-अगली बार से तीन दिन का हो कार्यक्रम
सीएम ने कहा कि अगले वर्ष से तीन दिवसीय यह कार्यक्रम होना चाहिए। शोध कार्यक्रम, महाराजा सुहेलदेव स्मृति न्यास की पत्रिका को घर-घर तक पहुंचाने, छात्रों को स्कॉलरशिप देने, अच्छी लाइब्रेरी के निर्माण पर जोर दिया। बोले कि इससे आने वाले समय में महाराजा सुहेलदेव जैसे राष्ट्रनायकों के नाम को कोई इतिहास के पन्नों से गायब न कर सके।