महाकुम्भ में हार्ट अटैक के 100 से ज्यादा श्रद्धालुओं की बचाई जान

More than 100 devotees who had suffered a heart attack were saved during Maha Kumbh

  • योगी सरकार के निर्देश पर अब तक एक लाख से अधिक का उपचार
  • आईसीयू में ठीक किए गए 183 मरीज, 580 का माइनर ऑपरेशन
  • 100,998 लोगों ने ओपीडी में दिखाया, 170727 ब्लड टेस्ट भी किए गए
  • सेंट्रल हॉस्पिटल में देश की सबसे आधुनिक तकनीक से हो रहा इलाज

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

महाकुम्भनगर : महाकुम्भ में हार्ट अटैक वाले 100 से ज्यादा श्रद्धालुओं की जान बचा ली गई है। इसके साथ ही आईसीयू में 183 मरीजों का इलाज और 580 का माइनर ऑपरेशन किया गया है। यही नहीं, अब तक 170,727 ब्लड टेस्ट और 100,998 लोगों ने खुद को ओपीडी में दिखाया है। सेंट्रल हॉस्पिटल में देश की सबसे आधुनिक तकनीक से इलाज किया जा रहा है।

आईसीयू में मिल रहा उपचार
महाकुम्भ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालु महाकुम्भ नगर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। इसके पहले मध्य प्रदेश के दो श्रद्धालुओं को सेंट्रल हॉस्पिटल में जीवनदान मिला। दोनों श्रद्धालुओं को सीने में दर्द होने पर आईसीयू में इलाज किया गया। डॉक्टर एसके पांडे के नेतृत्व में उनकी जांच की गई और उनका सफलतापूर्वक उपचार किया गया। अब दोनों श्रद्धालु पूरी तरह से स्वस्थ हैं। डॉ. पांडे ने बताया कि दोनों श्रद्धालुओं की ईसीजी की गई और बाद में उनका इलाज किया गया। अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और इस इलाज के लिए उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ और डॉक्टरों का धन्यवाद किया। इनके अलावा महाकुम्भ में पहुंचे 105 साल के बाबा राम जाने दास, जो हनुमानगंज, फूलपुर के रहने वाले हैं पेट दर्द की समस्या के चलते सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंचे थे, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उन्होंने यहां की चिकित्सा सुविधाओं की तारीफ की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।

मरीजों की निगरानी के लिए एआई कैमरों का उपयोग
सेंट्रल हॉस्पिटल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने कमान संभाली है, जिसमें फिजिशियन, डेंटल सर्जन, आर्थो, चाइल्ड, गायनो और पीडियाट्रिशियन विशेषज्ञ तैनात हैं। यहां 10 बेड का आईसीयू तैयार किया गया है। साथ ही मरीजों की निगरानी के लिए एआई-आधारित कैमरों का उपयोग किया जा रहा है।

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