यूपी में 235 औद्योगिक एस्टेट दे रहे एमएसएमई सेक्टर को रफ्तार, माध्यम बनी योगी सरकार

235 industrial estates in UP are giving impetus to the MSME sector, Yogi government became the medium

-सीएम योगी के विजन अनुसार प्रदेश में एसएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 77 इंडस्ट्रियल एस्टेट्स तथा 158 मिनी एस्टेट्स की हो चुकी है स्थापना
-इनमें कुल 947 भूखंड तथा 10,179 शेड्स को किया गया है एमएसएमई से जुड़े उत्पादों के निर्माण के मद में इस्तेमाल के लिए चिह्नित
-प्रदेश में एमएसएमई इकोसिस्टम को बढ़ाने के लिए फ्लैटेड फैक्टरी समेत विभिन्न योजनाओं पर बड़े स्तर पर जारी है कार्य
-फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स योजना के अंतर्गत आगरा, कानपुर के साथ लखनऊ व गाजियाबाद में भी कार्य जारी, कुल 450 यूनिट्स की स्थापना का मार्ग हो रहा प्रशस्त

रक्षा-राजनीति नेटवर्क

लखनऊ : उत्तर प्रदेश को उत्तम व उद्यम प्रदेश बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार की नीतियां धरातल पर अपना असर दिखा रही हैं। सीएम योगी के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए जो निवेशपरक माहौल बना है उसका असर है कि राज्य में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम से जुड़े 235 औद्योगिक एस्टेट एमएसएमई सेक्टर को रफ्तार दे रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर से जुड़े 77 औद्योगिक एस्टेट तथा 158 मिनी इंडस्ट्रियल स्टेट कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में 947 प्लॉट्स और 10,179 शेड्स का विकास एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के मद में किया गया है जिसके जरिए प्रदेश में 11,126 उद्यमों की स्थापना व संचालन का मार्ग प्रशस्त हुआ। इतना ही नहीं, प्रदेश के 10 जिलों में 15 औद्योगिक एस्टेट्स की स्थापना भी की जा रही है जिसके जरिए कुल 764.31 एकड़ में 872 प्लॉट्स पर एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्यम को लगाने में मदद मिलेगी।

कानपुर, आगरा में फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स बन रहे माध्यम
कानपुर और आगरा प्रदेश के पुराने औद्योगिक शहरों की पहचान रखते हैं और यहां एमएसएमई सेक्टर भी मजबूती से कार्य कर रहा है। कानपुर में कुल 15,500 स्क्वेयर फीट क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स का निर्माण किया गया है, जहां कुल 162 शॉप्स व यूनिट को एमएसएमई सेक्टर के लिए अधिकृत किया गया है। यह फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स पूरी तरह कार्य कर रहा है।

इसी प्रकार, आगरा में कुल 38,500 स्क्वेयर फीट क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स का निर्माण किया गया है जहां 200 शॉप्स व यूनिट एमएसएमई सेक्टर के अंतर्गत कार्य कर रही हैं। यह फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स भी पूरी क्षमता से कार्य कर रहा है और एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्यमों को उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर युक्त सुविधाएं उपलब्ध कराने का माध्यम बन रहा है।

गाजियाबाद, लखनऊ में भी फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स बनेंगे उद्यम स्थापना का माध्यम
कानपुर और आगरा के ही तर्ज पर गाजियाबाद और लखनऊ में भी फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स एमएसएमई से जुड़े उद्यमों की स्थापना का माध्यम बनेंगे। इन दोनों ही शहरों में फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स योजना को केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति मिल चुकी है तथा यहां विकास एवं निर्माण से जुड़े विभिन्न कार्यों को पूरा किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद में 9734.21 स्क्वेयर फीट क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स कार्य करेगा तथा यहां कुल मिलाकर 40 शॉप्स व यूनिट्स की स्थापना हो सकेगी। इसी प्रकार, लखनऊ में भी 7901.6 स्क्वेयर फीट क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स के निर्माण व विकास की प्रक्रिया जारी है। कार्य पूरा होने पर यहां 48 दुकानों व इकाइयों की स्थापना व संचालन हो सकेगा।

सभी फ्लैटेड फैक्टरी कॉम्पलेक्स भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर निर्मित व विकसित किए जा रहे हैं जिससे एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्योगों को कम पूंजीगत निवेश में भी निर्माण इकाई स्थापित करने में मदद मिलती है। यह योगी सरकार द्वारा वर्ष 2022 में लागू की गई उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम प्रोत्साहन नीति पर आधारित है।

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